एक हल्दी ऐसी भी होती है जो काली हल्दी होती है उस हल्दी को ज्योतिष उपाय में प्रयोग किया जाता है । काली हल्दी को कहते हैं कि वह किसी भी प्रकार का बुरा प्रभाव हो उसे वह कम कर देती है । काली हल्दी को हम धन का कारक मानते हैं , इसके पहले इसे सिद्ध करना पड़ता है। किसी भी पक्ष में हम यह कर सकते हैं चाहे शुकलपक्ष हो या कृष्ण पक्ष हो तिथि अष्टमी होनी चाहिए , और सूर्य निकलने से पहले हम पवित्र हो जाएं । अपनी दिनचर्या करके नित्यक्रिया करने के बाद साफ कपड़े पहने, पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठे ऐसे जगह पर बैठे जहां आपको सूर्य का दर्शन बराबर होता रहे , और काली हल्दी की जो गांठ हैं उसकी पूजा धूप दीप से करें । उसके बाद आप काली हल्दी को भीगी पूर्वक प्रणाम करें भगवान सूर्य देव के मंत्र का आप 108 बार जाप करें । लाल रंग की माला द्वारा सूर्य देव का मंत्र ओम हीम सूर्याय नमः ऐसा ही रोज सुबह स्नान करके साफ कपड़े पहन कर , अगली तिथि अष्टमी तक करते रहे , और इस अष्टमी तिथि को आप उपवास करें , ब्राह्मणों को भोजन कराएं इस तरह करने से काली हल्दी की जो गांठ है वह सिद्ध हो जाती है । इसका उपयोग कई ज्योत्षी उपाय में किया जाता है। एक काली हल्दी को लो और सात से नौ दाने बनाएं और इसको धागे में इसे पहनने से आप टोने टोटके के प्रभाव से हमेशा ही सुरक्षित रहेंगे। आप किसी भी नए काम में जा रहे हैं तो काली हल्दी का टीका लगा ले । जो भी आप का काम होगा वो हमेशा ही सफल होगा और आपको हमेशा ही सफलता मिलेगी ।
